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रविवार, 5 मई 2013

मैथिली बाल कविता-अतुलित आनन्द

बाल कविता-41
अतुलित आनन्द

ठुमकि-ठुमकि हपकुनियाँ काटैत
खन हँसैत खन चिचिया कऽ कानैत
माँटिक जलखइ, कोइलाक कलउ
अबोध नेनपनक नवका चउ

पों-पें-पों- पें जुत्ता बाजैत
रुन-झुन डाँरक घण्टी गाबैत
भोरक फूल सन आँगनमे शोभैत
देवालय सन मोन-मंदीर लागैत

तोतरा कऽ कहुना बात बुझाबैत
निर्दोष चलनसँ सबकें हँसाबैत
देख अनचिन्हारकें झटपट पड़ाइ
माएक आँचर तऽर नुरिया कऽ नुकाइ

चंचल चित चहुँ दिश चैन पसारैत
किछु सीखैत किछु सबकें सीखाबैत
मोन होइ समयक गति भऽ जाए मन्द
सदिखन भेटै नेनपनक अतुलित आनन्द

अमित मिश्र

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