प्रिय पाहुन, नव अंशु मे अपनेक हार्दिक स्वागत अछि ।

शनिवार, 6 जून 2015

वर्णमाला : इ

बाल कविता-168
वर्णमाला : इ


'इ'सँ इनार
भरल छै यार
ठंढा छै पानि
साबुनके आनि
बाल्टी डुबाउ
खूबे नहाउ
गर्मीकेँ घरसँ
बाहर भगाउ


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