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बुधवार, 17 दिसंबर 2014

ट्रेन आ पाठी


बाल कविता-144
 ट्रेन आ पाठी

पों पों पों पों सीटी बजबैत
ट्रेन चलै छै पटरीपर
में में में में बाजैत पाठी
खूब खेलै छै बकरीपर

उपर धुइयाँ खूब उड़ै छै
उड़ै छै चक्का पटरीपर
नीच्चा पाठी गोबर दै छै
मुदा बैसै छै बकरीपर

डीजल-मोबिल ट्रेन पिबै छै
तखन चलै छै पटरीपर
तहिना पाठी दूध पिबै छै
तखन खेलै छै बकरीपर


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