प्रिय पाहुन, नव अंशु मे अपनेक हार्दिक स्वागत अछि ।

गुरुवार, 16 जुलाई 2015

वर्णमाला बाल कविता : थ

बाल कविता-195
वर्णमाला- "थ"

"थ"सँ थन कनिये छोट
थनगर गाएक दूधो मोट

बछरू पीबय मुँह लगा
अहाँ पीयब गिलास सटा

भोरे भोरे पीब जरूर
सब बेमारी रहत दूर

दूधमे कनिञे चिन्नी घोरि
खाएब साँझ सोहारी बोरि

जल्दी आबू पीबू आबि
नै तऽ बिल्लो पीयत दाबि

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें