वर्णमाला : ख
'ख'सँ खरहा उज्जर छै
पातर-सोतर दुब्बर छै
कूदै- फानै लुक्कर छै
नै नै ओ बड सुन्नर छै
रूइया सन उज्जर छै रंग
मक्खन सन कोमल छै अंग
दौड़-धूप कऽ करै तंग
मजा आबै छै खरहा संग
कोठी तर नुका जाइ छै
सबटा गाजर खा जाइ छै
रहि रहि ओ हँसा जाइ छै
सुन्नर खेल खेला जाइ छै
तेँ ने खरहा सुन्नर छै
पातर-सोतर दुब्बर छै
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