प्रिय पाहुन, नव अंशु मे अपनेक हार्दिक स्वागत अछि ।

बुधवार, 30 दिसंबर 2015

लप्रेक - 8

- गै स्वीटिया, आइ त' हम तोरापर लिखबे करबौ ।
- की लिखबहीं ? वएह गरीबी, भ्रष्टाचार...
-नै गै, आइ प्रेम कथा लिखबौ ।
-अंतमे दुनू बिछुड़ि जेतै, सैह ने ?
-तूँ कोना बुझलहीं ?
-किएकी तोरासँ वियाह त' नहियें हेतौ ।लिखैसँ पहिने कने नीक संगी त' बनि जो ।
- .......

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