प्रिय पाहुन, नव अंशु मे अपनेक हार्दिक स्वागत अछि ।

शुक्रवार, 25 दिसंबर 2015

लप्रेक - मुस्की

#मैथिली_लप्रेक-3

-गै जूली, कने पुवरिया टोल चल ने ।
-की बात छै गे पारो ।
-अरे किछु खास नै ।आइ ओ एलैए ।
-एँ गै, तोरा लाज-धाख नै होइ छौ ।ओ शहरी भऽ गेलैए ।बहुत बदलि गेल छै ओ ।
-एँ गै, ई की कहि देलहीं तूँ, गै शहर जा कऽ ओकर मोन बदलि गेल हेतै, मुदा ओकर ओ मारूक मुस्की तऽ नै ने बदलल हेतै ?

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें