#मैथिली_लप्रेक-3
-गै जूली, कने पुवरिया टोल चल ने ।
-की बात छै गे पारो ।
-अरे किछु खास नै ।आइ ओ एलैए ।
-एँ गै, तोरा लाज-धाख नै होइ छौ ।ओ शहरी भऽ गेलैए ।बहुत बदलि गेल छै ओ ।
-एँ गै, ई की कहि देलहीं तूँ, गै शहर जा कऽ ओकर मोन बदलि गेल हेतै, मुदा ओकर ओ मारूक मुस्की तऽ नै ने बदलल हेतै ?
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