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गुरुवार, 21 अप्रैल 2016

टिकला तूबै

बाल कविता- 238
टिकला तूबै

आमक गाछी टिकला तूबै
चल बिछै लए हिलमिल गै
छिल-छालि क' नोनक संगे
मिला क' खेबै हिलमिल गै
खेलब-धूपब झूला झूलब
ठाढ़ि खसल छै चिलमिल गै
पातक पाछू कोइली कुहकै
देखा रहल छै झिलमिल गै

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