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शनिवार, 28 जुलाई 2018

गर्मी केने कमाल - मैथिली बाल कविता

5.12 गर्मी केने कमाल

छै गर्मी ई केने कमाल
तैपर बिजली केर रंगताल

हवा निपत्ता भेल रहै छै
बूसट तरसँ घाम बहै छै
गुमकीसँ छै गड़बड़ हाल
छै गर्मी ई केने कमाल

बड़का गंजन इस्कूल जाइमे
फेर दुपहरिया घर आबैमे
भकभकाइ छै दुनू गाल
छै गर्मी ई केने कमाल

गरमाएलेमे पानि पीबै छै
तें ने पप्पू खूब छिकै छै
धेने बोखार छै खस्ता हाल
छै गर्मी ई केने कमाल

मेघ सेहो नै घुरि आबै छै
झरकल सभटा गाछ लागै छै
रौद लागै छै अनमन काल
छै गर्मी ई केने कमाल

सूरज से बदमास बनै छै
एको दिन नै छुट्टी लै छै
शीतलता केर पड़ल अकाल
छै गर्मी ई केने कमाल

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