प्रिय पाहुन, नव अंशु मे अपनेक हार्दिक स्वागत अछि ।

बुधवार, 12 दिसंबर 2012

कुछ शेर

अनचोका मेँ किछु हिन्दी लिखा गेल ।मात्र टाईम पास

1.दुआ करते हैँ खुदा पर मिलना तो तुम्ही को पड़ेगा
वो तो सिर्फ रास्ते दिखायेँगे चलना तो तुम्ही को पड़ेगा

2. इस तरह उदासी के घने कोहरे मेँ न तूँ फँस
खुशियोँ की सौगात अभी आने हीँ बाली है

3.किताबोँ से अब तो दोस्ती कर ले
नहीँ तो दोस्तोँ को भूल जाएगा
कहीँ पुराने पिले हुए खत मिलेगा ,और
कहीँ दो सूखे हुए फूल पाएगा

4.मिलने मिलाने मेँ आजकल कुछ भी नहीँ रखा
झोलियाँ भर गई समझो जन्नत मिल गया

अमित मिश्र

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