प्रिय पाहुन, नव अंशु मे अपनेक हार्दिक स्वागत अछि ।

बुधवार, 1 मई 2013

मिथिला कए माँछ

{मिथिला क माँछ}

सबहक प्रिय, वाह वाह रे माँछ
परम पावन धाम मिथिलाक माँछ
अमीरक माँछ गरीबक माँछ
अगिलाक माँछ , पछिलाक माँछ
परम पावन धाम मिथिलाक माँछ

नव उर्जा भेटय खा कऽ माँछ
हाट-बजार सब ठाम भेटय माँछ
आवाज टनगर भऽ जाए देखिते माँछ
झोर तऽ नीके आ नीक तरल माँछ
गहुमक सोहारी संग मुड़ा माँछ
भातमे सानि कऽ खाउ झोर वाला माँछ
रेहु , गैंची , बुआरी वा इचना माँछ
पोखरि ,डोबरी , कमला-कोसीक माँछ
परम पावन धाम मिथिलाक माँछ

यात्रा शुभ जँ भेल दर्शन माँछ
नव कनियाँक स्वागत देखा कऽ माँछ
पान ,मखान सन नामी माँछ
अनुपम स्वादक मालीक माँछ
मटन ,चिकनसँ बीस माँछ
मुड़ा लग नहि चाही बीचला माँछ
परम पावन धाम मिथिलाक माँछ
सबहक प्रिय, वाह वाह रे माँछ

माँछक बारेमे हमरा बेसी जानकारी नै अछि तेंए बहुत किछु छुटि गेल हेतै ।

अमित मिश्र

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