प्रिय पाहुन, नव अंशु मे अपनेक हार्दिक स्वागत अछि ।

बुधवार, 22 जनवरी 2020

मैथिली बाल कविता - सैनिक

5.56 सैनिक

हमर तोहर सभक रक्षा, लेल के प्राण गमाबै छै ?
के छै वीर मनुख जकरा, किछु ने डर सताबै छै ?

माए-बापसँ नाता तोड़ि
जाइ छै के मुँह मोड़ि क' ?
भाइ-बहिनसँ मुँह नुका
जाइ छै के घर छोड़ि क' ?
अपन पैरपर जाइ बला के, ओढ़ि तिरंगा आबै छै ?
हमर तोहर सभक रक्षा, लेल के प्राण गमाबै छै ?

बड़ संयमसँ अपन भावना
रखै के मोनमे दाबि क' ?
कोमल हियाकेँ बज्र बनेने
मगन के मृत्यु पाबि क' ?
अपन ठोर के माहुर घसि, सभक ठोर मुस्काबै छै ?
हमर तोहर सभक रक्षा, लेल के प्राण गमाबै छै ?

ककरा छै बस एकहिं इच्छा
रहय   शान्ति    सभ  गाममे   ?
अमर शब्द जोड़बै लए तत्पर
के   छै      अपन     नाममे    ?
मातृभूमिपर सभ त्यागि के , सैनिक वीर कहाबै छै ?
हमर तोहर सभक रक्षा, लेल के प्राण गमाबै छै ?

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें