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शुक्रवार, 19 जनवरी 2018

हमर बगय

अझुका रचना- बाल कविता
290.हमर बगय

चूड़ीदार पैजामापर त'
उज्जर कुर्ता बड़ चमकय
तैपर मोदी बंडी धेलौं
केहन लागैए हमर बगय ?

कॉलर ऊँच अंगापर त'
कॉटेन जींस बड़ चमकय
तैपर टोपी उनटा धेलौं
केहन लागैए हमर बगय ?

चमकौआ अंगापर त'
करिया कोट बड़ चमकय
तैपर ललकी टाइ चढ़ेलौं
केहन लागैए हमर बगय ?

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