प्रिय पाहुन, नव अंशु मे अपनेक हार्दिक स्वागत अछि ।

शनिवार, 31 अगस्त 2013

ड्युटी

140. ड्युटी

"चल बता तँ घर्षण बलक दिशा की होइ छै ?...रै गोलू तूँ किए ने कहलें ? तोहर उत्तर एकदम गलत छलौ ।...चल किताब पढ़ तँ...आहि रौ बा तोरा तँ पढ़ैयो नै आबै छौ गोलू ।एना किए ?" शिक्षकक प्रश्न सूनि एकटा दोसर छात्र बाजल "सर, एकर मम्मी आ पापा मास्टर छै तेँ ।" शिक्षक अकचका गेल "एँ रौ एहिसँ एकर पढ़ाइकेँ कोन लेना-देना छै ?" ओ छात्र झट दऽ बाजल "सर जी, एकर मम्मी आ पापा सदिखन बैसले रहै छथि ।अपन ड्युटी सहीसँ नै करै छथि, तकरे प्रभाव एकरापर पड़लै अछि ।इहो अपन ड्युटी मने पढ़ाइ ठीकसँ नै करैत अछि ।"

अमित मिश्र

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें