जब कोहरा अन्धेरा लाये
जब जब सर्दी जोर लागाये
तब तब कोहरा बढ़ता जाये
अंग अंग ठण्ढक पा काँपे
जैकेट-टोपी काम न आये
जिसे गर्मी में दूर भगाये
वही आग अब मन ललचाये
ओढ़ रजाई दिल सोना चाहे
जब पारा नीचे आ जाये
जब स्कूल भी बन्द हो जये
जब कोहरा अन्धेरा लाये
तब धीरे हीं चलाना गाड़ी
वरना घटेगी दुर्घटना भारी
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