प्रिय पाहुन, नव अंशु मे अपनेक हार्दिक स्वागत अछि ।

शनिवार, 27 सितंबर 2014

भगवती गीत- मैयाकेँ सब मिल मनाबू

दुर्गा पूजा भऽ गेलै आरम्भ-2
चलू सब मिल मैयाकेँ मनाबू

माटि सानि कऽ कलश बना कऽ
पाँच पल्लवसँ तकरा सजा कऽ-2
वेद-मंत्रसँ माँ के मना कऽ-2 दुर्गा मैयाकेँ घरमे बजाबू
चलू सब मिल . . . . . . .

भोर पाठ आ आरती देखा कऽ
साँझ धूमन आ बाती जरा कऽ-2
मातारानी सँ प्रार्थना कऽ कऽ-2, सब अरजल पाप मेटाबू
चलू सब मिल . . . . . .

फेर सजि गेलै मैयाक गहबर
भक्त "अमित" निहारय रूप सुनर-2
माँसँ अपन दुखरा सुना कऽ-2 सब टा बिगड़ल काज बनाबू

चलू सब मिल . . . . .

तर्ज- मेरी मैया शरण से लगा ले, और किसी का सहारा नहीं है

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