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शुक्रवार, 10 जुलाई 2015

वर्णमाला : त (दू)

बाल कविता-194
वर्णमाला : त (दू)




"त"सँ तबला ता धिन धिन
बाजल तबला ता धिन धिन

तमघैल सन छै गोल-मटोल
भरने छै बड मिठगर बोल
सुनि कऽ नाचय सौंसे टोल
हारि कऽ भागल पुरना ढोल
गबैया कहला ता धिन धिन
बजल तबला ता धिन धिन

सगरो लगन-परोजन भेल
गीतक खूब आयोजन भेल
करय तबलची अंगुरी खेल
तबला संग होइ सुन्नर मेल
कोइली रटला ता धिन धिन
बाजल तबला ता धिन धिन

पढ़ि कऽ बनबै हम बुधियार
एक तबलाक करब जोगार
गायब बजयब घुमि संसार
बाबू कहथिन, छै होनहार
मम्मी सिखला ता धिन धिन
बाजल तबला ता धिन धिन


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