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बुधवार, 8 जुलाई 2015

वर्णमला : झ

बाल कविता-192
वर्णमाला : झ



"झ"सँ झूला झूल झूल
बड गमकै छै फूल फूल

आमक ठाँढ़ि झूला बान्हल
बौआ बैसल बुच्ची बैसल
पाछूसँ एक धक्का लागल
गगन छुबै लेल देखू दौड़ल
नै कोनो होइ भूल भूल
बड गमकै छै फूल फूल

उप्पर भागय नीच्चा आबय
नवका खेल तमाशा लागय
झूलै लेल अनघोल मचाबय
बेरा-बेरी झूलि, झुलाबय
हमहूँ झूल तूँहूँ झूल
बड गमकै छै फूल फूल

हवा तऽ चुम्मा-चाटी लै छै
झूलैत-झूलैत हाफी दै छै
बन्द करें आब झुल्ला-झुल्ली
चलें खायब लतामक फुल्ली
काल्हि करब फेर झूल झूल
बड गमकै छै फूल फूल


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