बाल कविता-204
वर्णमाला :ढ (दू)
"ढ"सँ ढहलेल बड बकलेल
सदिखन खेलय उनटे खेल
जिम्हरे मोन छै तिम्हरे गेल
एलै भोरे पोखरिसँ हेल
लफुआ सबसँ खूब छै मेल
एकरे हँसी सब उड़बै गेल
इस्कूल लागै एकरा जेल
दसमाँ भेलै दस बेर फेल
खेलै पाछू पागल भेल
तेँ ने लोक कहै बकलेल
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें