प्रिय पाहुन, नव अंशु मे अपनेक हार्दिक स्वागत अछि ।

शनिवार, 16 मार्च 2013

रुबाइ-166

रुबाइ-166


झूकल आँखि एना करेज ढहल जेना

दुख गेलौं बिसरि अनमन बनलौं नेना

नेहक शरबतक सुआद जे बता देलौं

मिझबै छी पियास आब जेना-तेना

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