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सोमवार, 18 मार्च 2013

बाल रूबाइ

बाल रूबाइ-11

पानक लाली लगै पाकल ईटा सन
नाङरि छै पतंगक केशक फीता सन
बाबा जी जे बच्चाकेँ पकड़ि लऽ जाइ
हुनकर केश-दाढ़ी अनमन खोँता सन


बाल रूबाइ-12

बौआ आँगनक माँटिमे लेटाइ छै
कखनो चोरा कऽ माटिये खा जाइ छै
खपटाकेँ नोँक जखन गड़लै देहमे
जोरसँ छटपटाइत तखन चिचियाइ छै


बाल रूबाइ-13

दुर्गा माँकेँ पूजा आबि गेलै माँ
तोहर पूजा आब कहिया हेतै माँ
जननी नाम तोरो तँ छै लिखल देखेँ
मुर्ती तोहर बनि कऽ कहिया सजतै माँ

बाल रूबाइ-14

बाल रूबाइ-14

फसलनि बौआ ककरो संग झगड़ामे गर्दा लागल हुनक सौँसे कपड़ामे तमसाएल बकरीसँ खेलऽ गेल छलथि भागल छलथि ओतऽसँ एकै बजरामे

बाल रूबाइ-15


झटहा मारू आब किछु टिकुला तोड़ू
बुचिया बीछू एतऽ कनियो ने छोड़ू
पोखरि मोहारपर खेबै नोन लगा
ओतै राखब नुका कतौ माटि कोड़ू
बाल रूबाइ-16

हमरो नाह चलै छै नादिक पानिमे
हम छी सूखलमे नै कादो माटिमे
हमरो गुड्डी पहुचै छै तरेगण धरि
तेँ ओ छोट भऽ नै आबै छै आँखिमे


बाल रूबाइ-17


लागल छौ भूख हमरा अधरतियामे
लाबेँ दूध भात नोन दे भुजियामे
जल्दी उठि चूल्हि फूकेँ भानस बनबेँ
हल्ला खूब करबौँ नै तँ अन्हरियामे

बाल रूबाइ-18


बाबी कोरसँ भागल भरि अंगनामे
पायल छन छन बाजल भरि अंगनामे
बुचिया आगू बाबी पाछू दौड़ रहल
नेना लऽग नेना बनल भरि अंगनामे
बाल रूबाइ-19

कागा रे आबेँ हमरो दलानपर
हमरो भोरे उठा बैस मचानपर
बेसी नै कहबौ काल्हि भरिकेँ बात
उठि जेबै मेला जे छै भसानपर


बाल रूबाइ-20


बहिनक संग खेलमे मोन लागैए
हम विद्यार्थी ओ मैडम बनि आबैए
हम देखै छी फोटो मात्र पोथीमे
ओ ओकर आखर हमरा चिन्हाबैए

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