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बुधवार, 15 मई 2013

निनियाँ

बाल कविता-54
निनियाँ

निनियाँपुरसँ निनियाँ आबें
ढाकी भरि-भरि निनियाँ लाबें
मीठगर-मीठगर खाजा लाबें
बौआकें भरि पेट खुआबें
अरहुल फूलक बिछौना सजाबें
चम्पा फूलक तकिया बनाबें
संगहिं शीतल हवा बहाबें
आबें आबें झटकल आबें
थाकल गुड़िया, थकनी मेटाबें
देबौं जोड़ा धोती-कुरता
लोरी सुना सोनाकें सुताबें

अमित मिश्र

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