बाल कविता-73
बरफक डुगडुगिया
सड़कपर छै साइकिल लागल
डम डम डम डम डमरू बाजल
बरफ बलाकेँ पेटी भरल
गोलू भोलू मोलू दौड़ल
दूइये टाका दाम राखल
बरफ कीन सब घर भागल
रस्तेमे बरफ पिघलऽ लागल
जा धरि सब दलान पहुँचल
ता धरि बरफ पानि बनि उड़ल
हाथमे केवल काठीये बचल
बरफक इच्छा दबले रहल
बाटपर सभक नजर छै गड़ल
फेर कतौ डुगडुगिया बाजल
अमित मिश्र
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