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गुरुवार, 6 जून 2013

मातृभूमि

विहनि कथा-57
मातृभूमि

- बाबा. . .ई बैग सब किए पैक कऽ रहल छी ?कतौ जाएबाक अछि की ?
- हँ बौआ, गाम जाएब ।
- गाम . . .!गाम जा कऽ की करब ? एको क्षण नीक लागत ओत ?
- नीक किएक ने लागत ? हौ . . .हमर नेनपन ओतै बीतल अछि ।
- एहि दुआरे जे ओतऽ ए॰सी॰, फ्रीज, कार किछु नै छै ।45 वर्षसँ बाहर छी घरो टूटि कऽ ढनमना गेल हेतै ।
- कोनो बात नै ।गामक शीतल हवा ए॰सी॰, फ्रीजक कान काटतै ।नै हेतै तँ कोनो गाछ तऽर खोपड़ी ठाढ़ कऽ लेबै ।
- तैयो बाबा शहर लऽग गाम पासङगो बराबर नै छै ।मरि जाएब ओतऽ जा कऽ ।
- चिन्ता जुनि कर बाउ ।ओ हमर मातृभूमि अछि ।ओतऽ मरबो करब तँ सीधे स्वर्गे जाएब ।जाए दे. . . ।
बाबा चलि गेलथि मातृभूमिक दर्शन लेल ।

अमित मिश्र

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