प्रिय पाहुन, नव अंशु मे अपनेक हार्दिक स्वागत अछि ।

शनिवार, 20 दिसंबर 2014

हाइकू


आँखिक बाटे
मोनक कोठरीमे
पैसय चोर

झुकिते आँखि
प्रीतक आंगनमे
होइ छै भोर

मोह फाँसमे
बान्हल छै भंमरा
चान-चकोर

एक स्पर्श
मेटा दै छै थकनी
उठै हिलोर

भोरका रौद
नित मालिस करै
दर्द नै थोर

पैघ गणित
छै भरि दुनियाँमे
मोनक जोड़


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