बाल कविता-198
वर्णमाला : न
"न"सँ नटुआ नाँचि रहल छै
दुर्गा पूजा मेलामे
किसिम किसिमके खेल करै छै
अल्ला-रूदल खेलामे
खन राजा खन बनै छै रानी
खन नोकर बनि जाइ छै
खन सिपाही खन बनै छै मंत्री
खन जोकर बनि जाइ छै
खन गुरूवर बनि पढ़ा रहल
बैसल अपन चेलामे
"न"सँ नटुआ नाँचि रहल छै
दुर्गा पूजा मेलामे
कखनो हिन्दी गीत सुनाबय
कखनो गाबय मैथिली
कखनो झिझिया झरनी गाबय
मोन करैए हँसि ली
नटुआ तेहने बात कहय जे
नाचय सब किओ रेलामे
किसिम किसिम के खेल करै छै
दुर्गा पूजा मेलामे
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें