बाल कविता-216
वर्णमाला :त्र
शिव जी हाथ 'त्र'सँ त्रिशूल
बौआ लागय अरहुल फूल
ठुमकि चलैए दुलकी चालि
चिन्नी चाटय हालि हालि
मुस्की शीतल जेना बनफूल
डमरू सन अनघोल करय
सगरो हुनके बात चलय
हँसबय काज उलूल-जुलूल
मम्मी संग हनुमान चलीसा
बाबी संग गाबय ओ गीता
आंगनक बौआ छै बुलबुल
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें