प्रिय पाहुन, नव अंशु मे अपनेक हार्दिक स्वागत अछि ।

सोमवार, 1 फ़रवरी 2016

रूबाइ

आँखि मे खून आनि लेने छै
फौलादी छातीकेँ तानि लेने छै
देशक रक्षा लेल देशक बेटा
माँथ मे कफन बान्हि लेने छै

आगि मे तपि क सोना चमकि रहल
तहिना दुश्मन हनन लेल ललकि रहल
सोन चिड़ैयाँ भारत विश्वक मौर बनत
भारतक माटि मे तेँ आगि धधकि रहल

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