अझुका रचना-बाल कविता
299. जंकफूड बड तंग करै
भोरे योग करू व्यायाम
नै बेसी बस घंटा आध
बाबा संगे टहलि क' आबू
हरियर गाछी हरियर बाध
जंकफूड बड तंग करै छै
बिगड़त मुँहक सब सुआद
दूध संग बदाम चिबबियौ
बढ़त मेमोरी रहत याद
सदिखन टीभी देखैत रहनाइ
आदत छै ई बड़ा खराब
गेम मोबाइलक लोथ बनाएत
बदलि लिअ ई आदत आब
घरक टहल करबे करियौ
फैशनमे नै अहाँ जरू
समय बड़ा बलबान बौआ
एक एक क्षण उपयोग करू
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