प्रिय पाहुन, नव अंशु मे अपनेक हार्दिक स्वागत अछि ।

रविवार, 17 मार्च 2013

मित्र

मित्र 

किछु पुरना मित्र जेकर 
बस इयादे टा छल बचल 
बाधक गीत इस्कूलक खेल 
क्षणमे झगड़ा क्षणमे मेल 
किछु नीक किछु बेजाए गपशप 
बाल दिनक खून करै रपरप 
जेकरे संगे होइ छल साँझ-भोर 
ओ चन्ना आ हम चकोर 
मुदा समयक संग सब किछु बदलल 
सबपर आब टाकाक रंग पोतल 
सबहक मोन एना बदलि देलक 
आब देखिते ओ मित्र मुँह फेर लेलक । 

अमित मिश्र 

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