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शुक्रवार, 15 मार्च 2013

खेल भेलै

बाल कविता-15

खेल भेलै

चोर-पुलिसक खेल भेलै
किछु झगड़ा, किछु मेल भेलै
खेलैत-खेलैत देह नै थाकल
खन कबड्डी, खन रेल भेलै

बकरी-हाथी संग शेर खेलाइ
गिदर-भेड़िया संग भेड़ खेलाइ
मूँस-बिलारि संग घेंट मिलै
साँप-नेवला बेर-बेर खेलाइ

सब पास, किओ नै फेल भेलै
सब बाहर, ककरो नै जेल भेलै
छै झूमि रहल सगरो जंगल
दुश्मनोक बीच सुन्दर खेल भेलै

अमित मिश्र

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