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गुरुवार, 13 जून 2013

अमीर

95. अमीर

-यौ मंत्री जी ।अहाँ सब सिक्काक चलन घटेने जा रहल छी ।से किए ?
- कने फरिछाउ ।हम तँ दसटकहीकेँ सिक्का बना देलियै ।तखन . . ।
- जेना दस पैसासँ लऽ कऽ पचास पैसा धरि नै चलैत अछि ।एकर मने की ?
-एकर मने बुझू जे भारत अमीर भऽ गेलै ।एकरा भरीगड़ नोटक जरूरति छै, चिल्लरक नै ।
-से अहाँ कोना कहै छी ।एखनो आधा आवादी भुखले रहैत अछि ।अहीं सभक तँ आँकरा छल ई ।
- धुर बुड़बक ।ई तँ गलत आँकरा अछि ।भुखल तँ इहोसँ बेसी अछि ।
- तखन अहीं कहै छीयै जे भारत अमीर अछि ?
-नै बुझलियै ।एकर जनता गरीब छै मुदा एकर प्रतिनीधि सब अमीर छै ।आन देशक प्रतिनीधि जखन एतऽ आबै छै तँ एतुका प्रतिनीधिसँ भेंट करै छै, जनतासँ नै ।तेँ ओ सब आब एकरा विकासशील आ अमीर कहै छै ।ओना असलमे एकर उनटा छै ।

अमित मिश्र

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