प्रिय पाहुन, नव अंशु मे अपनेक हार्दिक स्वागत अछि ।

मंगलवार, 4 जून 2013

लाजक उपाय

विहनि कथा-46
लाजक उपाय

राजा मिसर अपन जेठ बेटाक विआह ठीक केलनि ।खूब सुन्नर आ पढ़ल-लिखल लड़की हिनकर परिवार लेल प्रियगर भऽ गेल छलै ।देखा-सुनीक बाद तिलकक बात चलाओल गेल ।मिसर जी जोर-जबरदस्ती कऽ दस लाख टाकाक संग मारिते रास समानक माँग केलनि आ कहलनि जे ई खानदानी परम्परा छन्हि ।लड़की पक्ष खेत-पथार बेच सबटा माँगा पुरा देलकनि ।जखन राजा मिसर बरयाती लऽ कऽ पहुँचल तँ लड़की बला खूब स्वागत केलकनि, मुदा भोजनक बेर लगातार दहेजपर लिखल गीत बजा देलकै।जेना-जेना गीत बढ़ैत गेलै तेना-तेना मिसर जी लाजे धरतीमे धसैत गेलनि ।लड़की बलाक उपाय एते काज केलकै जे मिसर जी बाँकी बचल बेटाक आदर्श विआह केलनि ।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें