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गुरुवार, 8 अगस्त 2013

चलू सखी मिल जुलि मैयाक आँगन

चलू सखी मिल जुलि मैयाक आँगन सब मिल करबै प्रणाम हे
दस रंग फूल शोभै चुनरी त्रिशुल शोभै डाला साजल दुइभ धान हे चलू सखी. . .
मैयाक आँचर तर सबसँ सुरक्षित घर लूरि-बुधि पाबैछ संतान हे चलू सखी . . .
जागू जागू अम्बे मैया आब उबारू नैया "अमित" करैछ गुणगाण हे चलू सखी . . .
© अमित मिश्र

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