मिथिला राज्य क्रांति गीत
ककरो बात सुनब नै आब, नै करब ककरो हम काज
अपन माँथपर चाही हमरा, आब अपन ताज
दिअ मिथिला राज, दिअ मिथिला राज-2
हमरा सन धरती नै ककरो, मिठगर भाषा और कतय
हरियर लहलह खेत हमर अछि, कलकल कमला धार एतय
ककरो मूँह ताकब नै आब, नै करब ककरो हम काज
अपन माँथपर चाही हमरा, आब अपन ताज
दिअ मिथिला राज......................
हमर गामक नारिसँ मीता, रामो छथि हारि चुकल
शोषित बनि रहब नै आब, मैथिल जन ललकारि चुकल
आब बटेरक चालि चलब नै, आब हम बनि गेलौं बाज
अपन माँथपर चाही हमरा आब अपन ताज
दिअ मिथिला राज ,,,,,,,,,,,,,,
रणभेरी आब बाजि चुकल अछि, गाबू आब क्रांति गीत
बान्हि मुरेठा चलू लड़ै लए, तखने हेतै अपन जीत
तखने मिथिला राज बनत आ, बनत अपन नीक समाज
अपन माँथपर चाही हमरा आब अपन ताज
दिअ मिथिला राज,,,,, ,,,,,,,,,,
अमित मिश्र
गाम-करियन
जिला-समस्तीपुर
बिहार
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