प्रिय पाहुन, नव अंशु मे अपनेक हार्दिक स्वागत अछि ।

सोमवार, 15 जून 2015

वर्णमाला : ओ

बाल कविता- 179
वर्णणाला : ओ


'ओ'सँ ओरहा सोन्ह लगैए
खाइमे बहुते मोन लगैए

मकइक दाना दुधगर दुधगर
तोड़ि आनलियै नम्हर नम्हर
आगिक जखने धाह सटैए
खाइमे बहुते मोन लगैए

ललकी-करिकी भेलै दाना
खाइ छथि मामी नानी नाना
जखने नेबो-नोन सटैए
खाइमे बहुते मोन लगैए


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