बाल कविता-200
वर्णमाला : ठ
"ठ"सँ ठेला ठेलू ने
कने साँझ कऽ खेलू ने
दौड़य ठेला माँझ बाटपर
लतरय लत्ती जेना टाटपर
एहिमे गोलका चक्का तीन
चारिम किओ लेलकै छीन
बोझ उघै छै खूब सम्हारि
जेना उघै छी बस्ता चारि
घंटी टन टन केलकै शोर
चिड़ियाँ गाबय जहिना भोर
मारू पाइडिल लगा कऽ दम
मेहनत करनाइ सीखब हम
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