ई प्रेम गीत देखियौ केहन छै
छौ सोलह साल केने सोलहे श्रृंगार
गोरी, हमरा तऽ भऽ गेलै तोरेसँ प्यार
मेघ सन केश कारी तूँ खोलने छहीं
ठोर पर लाल दाना सजेने छहीं
नैन कजरारी कारी जेना कटार
गोरी, हमरा तऽ भऽ गेलै तोरेसँ प्यार
कारी रातियोमे चेहरा तऽ चमकय एना
मेघ केँ बीच चन्ना झलकय जेना
अंग अंग लागौ जेना मोतीके हार
गोरी, हमरा तऽ भऽ गेलै तोरेसँ प्यार
फूल अरहुल सन ताजा छौ यौवन तोहर
अमितके गीतपर तोरे प्रेमक असर
नेह निमंत्रण सर्वेसके कऽ ले स्वीकार
गोरी, हमरा तऽ भऽ गेलै तोरेसँ प्यार
अमित मिश्र
समस्तीपुर
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