प्रिय पाहुन, नव अंशु मे अपनेक हार्दिक स्वागत अछि ।

शुक्रवार, 20 नवंबर 2015

बिलखि बिलखि क कनैये बेटा

बिलखि बिलखि कऽ कानैये माँ बेटा
छूटैये अंचराक कोर हे
ममताक अंगुर छोड़ा कऽ ने जाउ,
बनु ने माँ एतेक कठोर हे

नव दिन नव नव भोग चढाओल
कोना सहब हम बिछोह हे
आँचरसँ खेल माइ नेह जे पाओल
जुनि करू हमरा लिलोह हे
कोना चैन एतै माइ अहाँ बिनु जगत मे
बहै ये नैना सँ नोर हे

कोना कऽ रहब माइ, कहत लोक टुगर
राखत के हमर ध्यान हे
कोना कऽ सहब दुख, करब नै विदाइ
अहाँ बिनु हमर नै पहचान हे
कलशा उठाइ कोना धरू धीर आइ
हमर दुखक नाही ओर हे

अहाँक दरश के माँ अन्तीम वेला
सघन भरल अछि भीर हे
कहुना कऽ माइ तोर प्रतिमा उठाओल
 भेल अशोक मन अधीर हे
कहैये सुबोध जुनि बिसरब अमित के, तोडब ने ममता के डोर हे

सबके असरा तुहीं पुरेलें, तोरेसँ बंगला कार गै
हमहूँ तोरे बेटा छियौ माँ कअरें ने हमरो दुलार गै

आबि रहल छौ भगता तोहर, करअ खातिर दर्शन गै
अरहूल माला लेने डाला, एलौ करै लए वन्दन गै
पूजा करै छौ सब नर नारी, करै छौ जयकार गै
हमहूँ तोरे बेटा छियौ............

जुनि रूसें तूँ हमरा सँ, कहबै हम जा ककरा गै
मारय ताना पूरा जमाना, सब के सब सँ रगड़ा गै
तोर दया सँ दुनिया चलै छै, कर ने कनियो विचार गै
हमहूँ तोहर बेटा छियौ...............

मोहन मिश्रा गाबै छौ गाना, विनती करै छौ जननी गै
अमित मिश्रा माँगै छौ अचरा, हरि ले सबटा कननी गै
जगजननी दुखहरनी दुर्गा, तूँ हीं सब के आधार गै
हमहूँ तोरे बेटा छियौ माँ......

तर्ज- फेसफुक पर तोहर फोटो देखलियौ

जीबै कोना तोरा बिन गे गोरिया जीबै कोना तोरा बिन
बतिया बढाबें कने, जलवा देखाबें कने, लअगमे आबें कने रे
अँखायाँ मिलाबें कने, सिग्नल देखाबें कने, मनमाँ झुमाबें कने रे
तँहीं-3 हमर जान गे-3
तोरे खातिर दऽ देबौ हम परान गे परान गे परान गे
तूँहीँ छहीं हमर जान गे
तोरे खातिर दऽ देबौ हम परान गे

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