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सोमवार, 30 नवंबर 2015

साहस

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**साहस**

ओ छौड़ी आइ बदलल सन लागैत छलै ।ई कोनो आँखिक धोखा नै छलै ।ओकरा छौड़ा बीस सालसँ चिन्है छलै ।फर्स्ट स्टेंडरसँ बीटेक धरि संगे केने छलै ।एकरा दिस कनडेरिये तकनाइ आ फेर पोथीमें मुँह नुका कऽ हँसनाइ छौड़ा के नीक जकाँ याद छै ।ओहन हँसमुख आ मिलनसार छौड़ीकेँ ओ नीक जकाँ चिन्है छै, मुदा मात्र चिन्है छलै ।बाद-बाँकी बात लेल साहसे नै जुटा सकल छलै छौड़ा ।आइ जखन मंदीर लग भेटल छलै तऽ छौड़ी बदलल लागल छलै ।छौड़ा आइ मुड बना लेने छलै, सब देवी-देवताकेँ सुमरि मोनक गप कहि देलकै ।सुनतहिं ओ छौड़ी मुस्कियेबो नै केलै ।ओकर स्वाभव बड बेसी गंभीर भऽ गेल छलै ।एहि बदलाबसँ छौड़ा आश्चचर्यमे छल ।जाइत-जाइत छौड़ी बाजल छलै जे आब देरी भेलौ, हमर वियाह होइ बला छै ।अगिला जनममे भगवानसँ कने साहस माँगि कऽ जनम लिहें ।

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