#मैथिली_लप्रेक-7
-केहन भूच्चर देहातमे आबि गेलौं अहाँ ?
- की भेल यै !देहात तऽ सब ठाम एक्कै रंग होइ छै ।
-अहाँक घरमे नै मोटर अछि आ ने गीजर ।एतऽ तऽ केवल सेहो नै अछि ।
-हँ से सब तऽ नहिये अछि ।आखिर एकरे नाम तऽ देहात छै ।
-यौ एतऽ तऽ वाथरूम सेहो नै अछि ।हम नहाएब कतऽ से सोचलियै ?
-जतऽ सब नाहाइ छै ।ओहि टटघरबामे ।
-छी..छी...एते गंदामे ...मोन ओकिया जेतै हमर...
-देखू पारो, आब अहाँ हमर संगिनी छी ।वियाहसँ पहिनहिं गाममे रहब डिसाइड भऽ गेल छल ।
-हम एनामे कोना रहि सकै छी ?
-अहाँ छँ चाही तऽ शहर जा सकै छी ।हमरा तऽ एहि देहातेमे रहैक अछि ।
******************
-यै पारो कतऽ जा रहल छी यै ?
-टटघरबामे नहाइ लेल ।अहाँक सानिध्यसँ बेसी महत्वपूर्ण शहरक सुख-सुविधा थोड़े छै ।
बुधवार, 30 दिसंबर 2015
देहात
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें