बाल कविता-263
पप्पा जी यौ पप्पा जी कीन दिअ गोलगप्पा जी
देखिते मुँहमे आबय पानि एकरा खाइमे नहियें हानि खटगर नुनगर पप्पा जी पप्पा जी यौ पप्पा जी
चोखा संगे तिखगर पानि नोर खसय नै तकर मानि बेसी खाइ के पप्पा जी ? पप्पा जी यौ पप्पा जी
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