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शनिवार, 28 जुलाई 2018

बिलाइक हज यात्रा

5.10 बिलाइक हज यात्रा

जज बनि गेलै मूसा भाइ
हज करै लए चलल बिलाइ

सतमे समय कठिन भेल छल
मूसे लग सभ पत्र गेल छल
दुश्मन केर आवेदन देखिते
माँथ मूस केर गरम भेल छल
सभटा बदला लेब सधाइ

मुँहमे राम बगलमे छूरी
सभ दिन खेलक हमरे मूड़ी
नौ सए मूसा खा क' चललै
हज करै लए ई बेलूरी
झुट्ठे साधु बनल छै आइ

मूसा अपन बुधि चलेलकै
दाँत टुटल पहचान बनेलकै
भेल बिलाइकेँ एहन मजबूरी
हज करै लेल दाँत तोड़ेलकै
एना क' बदला सधलै आइ

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