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शुक्रवार, 3 अगस्त 2018

गिन्नी जी

5.18 गिन्नी जी

गिन्नी जी ! यै गिन्नी जी !
लिअ पैसा गिन्नी जी
गुड्डी आनू
डोरी बान्हू
उप्पर खूब उड़ेबै हम
चन्ना धरि पहुँचेबै हम

गिन्नी जी ! यै गिन्नी जी !
लिअ पैसा गिन्नी जी !
रस्सी आनू
तकरा तानू
ताहिपर कूद लगेबै हम
संगे खेल खेलेबै हम

गिन्नी जी ! यै गिन्नी जी !
लिअ पैसा गिन्नी जी
मुरही आनू
कचरी छानू
देखा देखा क' खेबै हम
सभक मन ललचेबै हम

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