प्रिय पाहुन, नव अंशु मे अपनेक हार्दिक स्वागत अछि ।

मंगलवार, 13 अगस्त 2019

एक बात बताबें

5.34 एक बात बताबें

गे मम्मी, एक बात बताबें
मोनक सभ संदेह मेटाबें

काल्हि कने खेलै लए गेलियै
पोखरिमे हेलै लए गेलियै
एतबेपर तूँ  तामस केलें
कान अमठलें, बातो कहलें
की हमरा खेलबाक मिसियो
अछि अधिकार नै? आइ बताबें
गे मम्मी, एक बात बताबें

परसू हमर माँथ दुखाइ छल
काज केने ने कोनो दबाइ छल
तेँ साँझे खन हम सुतलियै
पोथी सभटा पढ़ि नै पेलियै
तकर सजा भरि राति जगा,
पोथी रटबेल़ें किए, समझाबें
गे मम्मी, एक बात बताबें

कह मम्मी, की तूँ नेनपनमे
केलें बदमासी नै आंगनमे ?
पैघ भेलें त' खूब टोकै छें
बात बातपर खूब रोकै छें
एहन दुनेती किए बताबें ?
गे मम्मी, एक बात बताबें

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें