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रविवार, 26 मई 2013

दरमाहा

विहनि कथा-30
दरमाहा

-नमस्कार घनश्याम बाबू, सब नीके ने?
-नमस्कार, नमस्कार ।सब कुशल अछि ।अपन बताउ?
-की कहौं, हालत पस्त अछि ।
-से किए यौ? हम तँ मजामे छी ।
- छऽ माससँ दरमाहा नै भेटल ।ओना अहाँक तँ अनुबन्धपर छी तखन एते ठाठ-बाठ कोना ?
-असलमे सरकारी दरमाहा नै अछि तँ की भेल, जनताक दरमाहमे कोनो कमी नै अछि ।
-जनता अहाँकें पाइ किए देत?
-आब मूर्खकें के समझेतै? टेबुलपर नै जा कऽ हमरा मार्फत काज करबाएत तँ दरमाहा देबैये पड़तै ने ?

अमित मिश्र

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