प्रिय पाहुन, नव अंशु मे अपनेक हार्दिक स्वागत अछि ।

गुरुवार, 24 जुलाई 2014

गीत- कारी नैनासँ हलाल कऽ देलौं

कारी नैनासँ हमरा तँ हलाल कऽ देलौं
दऽ कऽ मुस्की अधरपर कंगाल कऽ देलौं

तीर कमानीसँ छूटय जहिना
धनुषा डाँर तँ लचकय तहिना
ताहि पर सोलहो श्रृंगार बड बबाल कऽ देलौं
दऽ कऽ मुस्की . . . .

नभमे लाजे चान कठुआयल
सुप्पक यौवन गाल ललिआयल
बाजि कोइली सन जगकेँ रसाल कऽ देलौं
दऽ कऽ मुस्की . . .

जकरा देख व्रम्हचर्य धरि टूटल
थिकहुँ मेनका सबके ई बूझल
दऽ कऽ नेह रस अमित मालामाल कऽ देलौं
कहि कऽ लभ यू अमितकेँ मालामाल कऽ देलौं
दऽ कऽ . . . .

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