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बुधवार, 26 नवंबर 2014

बाल कविता- बात बजै छी तुलबुल तुलबुल

बाल कविता-137
बात बजै छी तुलबुल तुलबुल

खूब करै छी हुलचुल हुलचुल
बात बजै छी तुलबुल तुलबुल

बाजय जुत्ता पोंइ पोंइ पोंइ
हवा करै छै सोंइ सोंइ सोंइ
बनल रहै छी चुलबुल चुलबुल
बात बजै छी तुलबुल तुलबुल

लेब तरकारी ? नै नै नै
चिन्नी-मिसरी दै दै दै
दूध बेरमे कुलबुल कुलबुल
बात बजै छी तुलबुल तुलबुल

एक ठाँ बैसब ? नै नै नै
घुमले फीरब गै गै गै
माए-बाबूक बुलबुल बुलबुल
बात बजै छै तुलबुल तुलबुल

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