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बुधवार, 31 दिसंबर 2014

चलय हथिबा धम्मक धम्म


बाल कविता-151
चलय हथिबा धम्मक धम्म

चलय हथिबा धम्मक धम्म
नाचय बनरा छम्मक छम्म
जंगल करय गम्मक गम
बाजय ढोलकी ढम्मक ढम
करय फतिंगा झम्मक झम
बऽल बरै छै चम्मक चम
दुलही घोड़ी छम्मक छम
दुलहा घोड़ा बम्मक बम

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