प्रिय पाहुन, नव अंशु मे अपनेक हार्दिक स्वागत अछि ।

बुधवार, 31 दिसंबर 2014

की खेबेँ


152- की खेबेँ

बौआ गे
हँ गे
भूख लगलौ
हँ गे
रोटी खेबेँ
नै गे
दालि भात
नै गे
चूड़ा चिन्नी
नै गे
दूध भात
नै गे
की खेबेँ की खेबेँ
जल्दी दे जल्दी दे
चूड़ा दही
हँ गे हँ गे

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